10 Best Places to visit in Odisha | Odisha Me Ghumne ki Jagah

भारत का एक प्रमुख राज्य ओडिशा(BEST Places to visit in Odisha) है। ओडिशा प्राकृतिक सौंदर्य, सांस्कृतिक धरोहर और ऐतिहासिक महत्व के लिए जाना जाता है। यहाँ पर्यटकों के लिए कई महत्वपूर्ण स्थान हैं जो देश-विदेश से लोगों को आकर्षित करते हैं। इस लेख में हम ओडिशा(Odisha Me Ghumne ki Jagah) के 10 सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थानों पर विस्तार से चर्चा करेंगे।

1. पुरी जगन्नाथ मंदिर (Puri Jagannath Temple)

BEST Places to visit in Odisha: पुरी जगन्नाथ मंदिर एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है। यह मंदिर श्रीकृष्ण, बलभद्र और सुभद्रा को समर्पित है।12वीं शताब्दी में बना मंदिर चार धाम यात्रा के चार महत्वपूर्ण तीर्थस्थलों में से एक है।

विशिष्टताएँ:

रथ यात्रा: लाखों भक्त हर साल यहाँ प्रसिद्ध रथ यात्रा में भाग लेते हैं।

प्रशंसा: भक्तजन यहां का बहुत प्रसिद्ध महाप्रसाद बहुत श्रद्धा से ग्रहण करते हैं।

वर्तमान सुविधाएँ: मंदिर के आसपास आधुनिक सुविधाएं भी बनाई गई हैं, ताकि पर्यटकों को असुविधा न हो। पर्यटकों के लिए आवश्यक जानकारी:

Time: सुबह पांच बजे से रात ग्यारह बजे तक मंदिर का द्वार खुला रहता है।

एंट्री शुल्क: मंदिर में नि:शुल्क प्रवेश है, लेकिन विशेष दर्शनों के लिए टिकट मिलते हैं।

घर: पुरी में कई होटल और धर्मशालाएं हैं।

Puri Jagannath Temple Special Darshan Tickets

पुरी जगन्नाथ मंदिर में दर्शन करने के लिए विशिष्ट तरीके से आने वाले व्यक्ति को विशेष टिकट या पास मिलता है। लंबी कतारों को टाला जाता है और देखने के लिए अधिक समय मिलता है, आम दर्शन टिकट में अधिक सुविधाएं हैं। इससे मंदिर में भक्त अधिक शांति से रह सकते हैं।

2. कोणार्क सूर्य मंदिर (Konark sun temple)

कोणार्क का सूर्य मंदिर ओडिशा के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थलों में से एक है। यह ब्लैक पैगोडा भी कहलाता है। 13वीं शताब्दी में पूर्वी गंग वंश के राजा नरसिम्हदेव प्रथम ने सूर्य मंदिर बनाया था। यूनेस्को ने इसे विश्व धरोहरस्थल का दर्जा दिया है।

विशिष्टताएँ:

योजना: मंदिर का विशाल रथ अद्वितीय है।

कला: मंदिर की दीवारें पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देती हैं क्योंकि उन पर सुंदर शिल्प और मूर्तिकला है।

उत्साह: पर्यटकों के बीच यहां हर साल कोणार्क डांस फेस्टिवल काफी लोकप्रिय है। पर्यटकों के लिए आवश्यक जानकारी:

Time: सुबह छह बजे से शाम आठ बजे तक मंदिर में प्रवेश किया जा सकता है।

एंट्री शुल्क: भारतीय नागरिकों का प्रवेश 40 रुपये है, जबकि विदेशी पर्यटक 600 रुपये देते हैं।

घर: कोणार्क में हर बजट के लिए कई होटल और रिसॉर्ट्स हैं।

3. चिल्का झील (Chilika lake)

सतपाड़ा (चिल्का BEST Places to visit in Odisha) झील चिल्का झील एशिया की सबसे बड़ी खारे पानी की झील है और ओडिशा के सर्वश्रेष्ठ पर्यटन स्थानों में से एक है। चिल्का झील, जो एक रामसर साइट है, एक महत्वपूर्ण पारिस्थितिकी तंत्र है। यहाँ हजारों प्रवासी पक्षी रहते हैं।

विशिष्टताएँ:

विशिष्टता: झील में लगभग 160 प्रकार की मछलियाँ होती हैं और यह डॉल्फिन मछलियों के लिए जाना जाता है।

अभयारण्य में पक्षी: पक्षी प्रेमियों के लिए यह झील एक आदर्श स्थान है, खासकर सर्दियों में।

नावोत्सव: यहाँ पर्यटक नौका विहार कर सकते हैं, जो एक अविस्मरणीय अनुभव होगा। पर्यटकों के लिए आवश्यक जानकारी:

Time: झील को हर समय देखा जा सकता है, लेकिन नवंबर से फरवरी का महीना सबसे अच्छा है।

एंट्री शुल्क: झील में नौका विहार करना महंगा है, लेकिन प्रवेश नि:शुल्क है।

घर: चिल्का झील में पर्यटकों को आरामदायक ठहरने के लिए कई रिसॉर्ट्स और होमस्टे हैं।

सतपाड़ा में बोटिंग करने का मूल्य क्या है?

संचालन की अवधि: सुबह छह बजे से शाम सात बजे तक इस समय आप प्राकृतिक सौंदर्य का आनंद ले सकते हैं और अपने मित्रों और परिवार के साथ अविस्मरणीय समय बिता सकते हैं।

सेवा खर्च: प्रवेश खर्च: १० रुपये प्रति व्यक्ति। यहां प्रवेश करने के लिए प्रत्येक व्यक्ति को दस रुपये देना होगा।

नाव: यात्रा की लागत 1800 से 2500 रुपये है। यहाँ आने के लिए नौकायन की यात्रा 1800 रुपये से 2500 रुपये के बीच होती है।

प्रधान आकर्षण: डॉल्फिन अभयारण्य, सी माउथ, राजहम्सा द्वीप यहां के प्रमुख आकर्षणों में सी माउथ, राजहम्सा द्वीप, डॉल्फिन अभयारण्य और प्रवासी पक्षी शामिल हैं।

4. भुवनेश्वर का लिंगराज मंदिर (Lingaraj Temple )

भुवनेश्वर में भगवान शिव को समर्पित एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थान है लिंगराज मंदिर। 11. शताब्दी में सोमवंशी राजा ययाति केशरी ने लिंगराज मंदिर बनाया था। 180 फीट ऊंचा यह मंदिर कलिंग शैली की शानदार कृति है।

विशिष्टताएँ:

श्री शिवरात्रि: मंदिर में महाशिवरात्रि का उत्सव बहुत धूमधाम से मनाया जाता है।

जलप्रवाह: बिंदुसागर नामक मंदिर क्षेत्र में एक बड़ा जलाशय है।

दूसरे मंदिर: पूरे क्षेत्र में धार्मिक महत्व है, क्योंकि मुख्य मंदिर के आसपास कई छोटे-छोटे मंदिर हैं। पर्यटकों के लिए आवश्यक जानकारी:

Time: मंदिर का द्वार सुबह छह बजे से रात नौ बजे तक खुला रहता है।

एंट्री शुल्क: मंदिर में प्रवेश फ्री है।

घर: भुवनेश्वर में बहुत सारे होटल और लॉज हैं।

5. धौलीगिरि (Dhauligiri)

भुवनेश्वर के पास स्थित धौलीगिरि ऐतिहासिक स्थल है, जो महान सम्राट अशोक ने कलिंग युद्ध के बाद बौद्ध धर्म अपनाया था। धौलीगिरि की पहाड़ियों पर स्थित शांति स्तूप एक महत्वपूर्ण बौद्ध स्थान है। अशोक के शिलालेखों से यह स्थान प्रसिद्ध है।

विशिष्टताएँ:

सुखद स्तूप: सफेद रंग का सुंदर स्मारक धौलीगिरि का शांति स्तूप है, जो शांति और अहिंसा का प्रतीक है।

अशोक ने लिखा: सम्राट अशोक ने बौद्ध धर्म को स्वीकार करने के शिलालेख यहाँ देखे जा सकते हैं।
चित्र: धौलीगिरि से भुवनेश्वर का सुंदर दृश्य पर्यटकों को बहुत पसंद आता है। पर्यटकों के लिए आवश्यक जानकारी:

Time: सुबह छह बजे से शाम सात बजे तक धौलीगिरि का भ्रमण किया जा सकता है।

एंट्री शुल्क: यहाँ प्रवेश फ्री है।

घर: भुवनेश्वर में कई गेस्ट हाउस और होटल हैं।

6. नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क (Nandankanan Zoological Park)

भुवनेश्वर में स्थित नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क पर्यटकों और वन्यजीव प्रेमियों के लिए एक लोकप्रिय वन्यजीव उद्यान है। नंदनकानन जूलॉजिकल पार्क का उद्घाटन 1960 में हुआ था और 1979 में इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।

विशिष्टताएँ:


विशिष्टता: भारतीय हाथी, सफेद बाघ और एशियाई शेर पार्क में सबसे आम हैं।

जैविक पार्क: यहाँ भी एक बायोलॉजिकल पार्क है, जो दुर्लभ वृक्षों और पौधों को बचाता है।

शिकार: पर्यटकों को व्हाइट टाइगर और लायन सफारी भी मिलेंगे। पर्यटकों के लिए आवश्यक जानकारी:

Time: सोमवार को पार्क बंद रहता है।

एंट्री शुल्क: वयस्कों के लिए पच्चीस रुपये और बच्चों के लिए दसवीं रुपये प्रवेश शुल्क है।

घर: भुवनेश्वर में ठहरने के बहुत सारे स्थान हैं।

7. रत्नागिरी (Ratnagiri)

Odisha के सर्वश्रेष्ठ स्थानों में से एक रत्नागिरी है, जहां बौद्ध मठ और स्तूप हैं। रत्नागिरी का इतिहास पांचवीं शताब्दी से शुरू होता है, जब यह बौद्ध शिक्षा का एक महत्वपूर्ण केंद्र था।

विशिष्टताएँ:

मठः यहाँ बौद्ध मठों के अवशेष हैं, जो उस समय की बौद्ध शिक्षा और संस्कृति को दर्शाते हैं।

एक स्तूप: रत्नागिरी में बौद्ध धर्म के बहुत सारे स्तूप हैं।

कला संग्रहालय: यहाँ भी एक पुरातत्व संग्रहालय है, जहां बौद्ध मूर्तियाँ और अन्य पुरातात्विक अवशेषों को देखा जा सकता है। पर्यटकों के लिए आवश्यक जानकारी:

Time: सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक रत्नागिरी का भ्रमण किया जा सकता है।

एंट्री शुल्क: यहाँ प्रवेश फ्री है।

घर: रत्नागिरी में ठहरने के बहुत कम विकल्प हैं, लेकिन आसपास के शहरों में बहुत से होटल हैं।

8. उदयगिरि और खंडगिरि की गुफाएँ (Udayagiri and Khandagiri Caves)

भुवनेश्वर के पास उदयगिरि और खंडगिरि की गुफाएँ प्राचीन जैन गुफाएँ हैं। इन गुफाओं को पहली शताब्दी ईसा पूर्व में बनाया गया था और यह जैन धर्म के महत्वपूर्ण स्थानों में से एक हैं।

विशिष्टताएँ:

पूर्व शिलालेख: गुफाओं में प्राचीन शिलालेख और मूर्तियां हैं, जो उस काल की कला और संस्कृति को दर्शाते हैं।

हथीगुप्त: सबसे बड़ी गुफा उदयगिरि की है, जिसमें राजा खारवेल का शिलालेख है।

चित्र: भुवनेश्वर का सुंदर दृश्य गुफाओं से देखा जा सकता है। पर्यटकों के लिए आवश्यक जानकारी:
Time: सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक गुफाओं का भ्रमण किया जा सकता है।

एंट्री शुल्क: भारतीय नागरिकों के लिए 25 रुपये और विदेशी पर्यटकों के लिए 300 रुपये प्रवेश शुल्क है।

घर: भुवनेश्वर में कई गेस्ट हाउस और होटल हैं।

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9. हीराकुद बांध (Hirakud Dam)

हीराकुद बांध के संबलपुर जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है। महानदी नदी पर 1957 में बनाया गया हीराकुद बांध एशिया का सबसे लंबा मिट्टी का बांध है।

विशिष्टताएँ:


बांध का व्यास: यह विश्व के सबसे लंबे बांधों में से एक है, जिसकी लंबाई 25.8 किमी है।

Watch Tower: बांध पर पर्यटक नेहरू मीनार और गांधी मीनार से बांध का सुंदर दृश्य देख सकते हैं।

झुल: बांध की झील में पर्यटकों को नौका विहार भी आकर्षित करता है। पर्यटकों के लिए आवश्यक जानकारी:

Time: सुबह छह बजे से शाम छह बजे तक बांध का भ्रमण किया जा सकता है।

एंट्री शुल्क: यहाँ प्रवेश फ्री है।

घर: संबलपुर में कई होटल और घर हैं।

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10. तारातारिणी मंदिर (Tara Tarini Temple)

तारातारिणी मंदिर ओडिशा के गंजाम जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थान है। शक्तिपीठों में से एक, तारातारिणी मंदिर, तारात्रिणी देवी को समर्पित है।

विशिष्टताएँ:

सत्ताकेंद्र: यह मंदिर 51 शक्तिपीठों में से एक है और चैत्रमास में हर साल मेला लगता है।

क्षेत्र: मंदिर का सुंदर हरा-भरा परिसर पर्यटकों को शांति और आध्यात्मिकता देता है।

बढ़ावा: मंदिर तक पहुंचने के लिए 999 सीढ़ियां चढ़नी पड़ती हैं, जो एक अद्भुत अनुभव है। पर्यटकों के लिए आवश्यक जानकारी:

Time: मंदिर का द्वार सुबह पांच बजे से रात नौ बजे तक खुला रहता है।
एंट्री शुल्क: यहाँ प्रवेश फ्री है।

घर: गंजाम में ठहरने के कई स्थान हैं।

ओडिशा के इन प्रमुख पर्यटन स्थलों की यात्रा करना रोमांचक है और देश की प्राकृतिक और सांस्कृतिक धरोहर को समझने का एक अद्वितीय अवसर भी देता है। इन स्थानों के अद्वितीय आकर्षण ने इन्हें महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल बनाया है।

Odisha की पारिवारिक यात्रा श्रृंखला(odisha family tour packages)


Odisha के सर्वश्रेष्ठ स्थान: ओडिशा एक रोमांचक और प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर राज्य है, जिसमें कई पर्यटन स्थल, धार्मिक स्थान और प्राचीन संस्कृति के महत्वपूर्ण केंद्र हैं। परिवारों को राज्य के प्रमुख आकर्षणों का आनंद लेने में मदद करने वाले परिवारिक यात्रा पैकेज आमतौर पर बनाए जाते हैं। यह पैकेज अक्सर होटल आवास, भोजन, पर्यटन स्थलों की यात्रा और स्थानीय यात्रा प्रबन्धों को शामिल करता है। ग्राहकों को ओडिशा के सबसे महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा कराने में मदद करने वाले टूर ऑपरेटर्स या यात्रा एजेंसियां अक्सर ये पैकेज प्रदान करते हैं।

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FAQs

उड़ीसा में सबसे प्रसिद्ध क्या है?

उड़ीसा की प्राचीन संस्कृति, विविधता से भरी खाद्य संस्कृति, सुंदर बागबानी और विविध शिल्पकला उसकी पहचान हैं। ओडिशी नृत्य, कहानी नृत्य और चित्रकला भी यहाँ बहुत प्रसिद्ध हैं। Odisha के सर्वश्रेष्ठ स्थानों में से एक भगवान जगन्नाथ मंदिर है, जो पूरे देश में प्रसिद्ध है। ओडिशा का हथकरघा, चेना पोडा, मछली पकौड़ा और रसगुल्ला भी बहुत प्रसिद्ध हैं।

राष्ट्रीय उड़ीसा मिठाई क्या है?

“रसगुल्ला” उड़ीसा की राष्ट्रीय मिठाई है। गुलाब जल या केसर का पानी छाने (चाशनी) में डालकर बनाया जाता है, यह एक प्रसिद्ध भारतीय मिठाई है। उड़ीसा की सांस्कृतिक विरासत में ठंडे पानी में रसगुल्ला परोसा जाता है।

ओडिशा का स्वर्ण त्रिभुज क्या है?

ओडिशा का स्वर्ण त्रिभुज, जिसे “रत्न त्रिभुज” भी कहते हैं, एक महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल है जो ओडिशा राज्य के संभाग में सबसे अच्छे स्थानों में से एक है। यह त्रिभुज महानदी नदी, प्रशांत महासागर और बाय ऑफ बंगाल के सामने बसा है। इसका आकार त्रिभुज की तरह है और इसे देखने के लिए उचित उचाई पर चढ़ाया जा सकता है, इसलिए इसका नाम है।

गोल्डन बीच ओडिशा में कहां स्थित है?

गोल्डन बीच भारत में है और उत्कल के सबसे लोकप्रिय पर्यटन स्थानों में से एक है। यह ओडिशा के पूर्वी किनारे पर सुंदर समुद्री तट के लिए प्रसिद्ध समुद्र तटीय स्थान है। यहाँ की सुंदर समुद्री तट, सफेद बालुका और विविध जल संग्रहणों के लिए जाना जाता है।

ओडिशा में समुद्र तट कितने हैं?(BEST Places to visit in Odisha)

ओडिशा के तीन सर्वश्रेष्ठ समुद्र तट हैं। यह राज्य उत्तर प्रदेश में है और बंगाल की खाड़ी, बय ऑफ़ बंगाल और अन्य उत्तरी समुद्रों से जुड़ा हुआ है।

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