Jakhu Temple हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला में स्थित एक प्रसिद्ध हनुमान जी का मंदिर है। यह मंदिर जाखू पहाड़ी पर स्थित है, जो शिमला शहर से लगभग 2 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है। मंदिर के बारे में एक लोकप्रिय कहानी है कि जब हनुमान जी लंका से संजीवनी बूटी लेने गए थे, तो वे रास्ते में शिमला में रुके थे। उन्होंने जाखू पहाड़ी पर विश्राम किया और अपने पदचिह्न छोड़ दिए। मंदिर के गर्भगृह में आज भी ये पदचिह्न मौजूद हैं।
शिमला, हिमाचल प्रदेश की ऊँचाइयों में बसा एक सुंदर और शांत शहर है जहां हर साल लाखों यात्री घूमने के लिए जाते है शिमला के प्रमुख धार्मिक स्थल में से एक जाखू मंदिर शिमला का फेमस हनुमान मंदिर है जहाँ हर यात्री हनुमान जी का दर्शन करने जाते है।
जाखू मंदिर का इतिहास – Jakhu Temple History
मंदिर का निर्माण कब हुआ, इसकी कोई निश्चित जानकारी नहीं है। हालांकि, माना जाता है कि यह मंदिर 16वीं शताब्दी में बनाया गया था। मंदिर का निर्माण स्थानीय लकड़ी और पत्थरों से किया गया है। मंदिर का गुंबद सफेद संगमरमर से बना है। मंदिर के गर्भगृह में हनुमान जी की एक सुंदर मूर्ति स्थापित है। मूर्ति को सोने और चांदी के आभूषणों से सजाया गया है। मंदिर परिसर में एक विशाल हनुमान प्रतिमा भी है, जिसकी ऊंचाई 108 फीट है। यह प्रतिमा देश की सबसे ऊंची हनुमान प्रतिमाओं में से एक है।
जाखू मंदिर एक महत्वपूर्ण धार्मिक स्थल है। यह मंदिर हिंदू धर्म के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। मंदिर में हर साल लाखों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते है। यहां से शिमला शहर का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है।
जाखू मंदिर जाने का समय – Jakhu Temple Timing
शिमला जाने वाले यात्रियों का सबसे पहला पसंद होता है जाखू टेम्पल। शिमला जाने वाले यात्रिय जाखू मंदिर में हनुमान जी का दर्शन करने जरूर जाते है। जाखू मंदिर भ्रमण करने के लिए सबसे उपयुक्त मंदिरो में से एक है। जाखू मंदिर के खुलने और बंद होने का समय सुबह 6 बजे से लेकर रात्रि 7 बजे तक है।
जाखू मंदिर तक कैसे पहुंचें – How To Reach Jakhu Temple
जाखू मंदिर पहुंचना सरल है, लेकिन सही दिशा में बढ़ने के लिए सही तरीके की जानकारी जरुरी है। मल रोड से जाखू मंदिर तक पहुंचने के लिए विभिन्न यातायात विकल्प हैं, जिनमें टैक्सी, ऑटोरिक्शा, और बस शामिल हैं। इन यातायात की सहायता से आप जाखू टेम्पल जा सकते है। इसके अलावा यदि आप एक अनोखा अनुभव लेना चाहते है तो आप रोपवे का भी इस्तमाल कर सकते है। रोपवे के थ्रू आप शिमला के प्रकृति पेड़-पौधे, झील और पहाड़ो का आनंद लेते हुए जाखू टेम्पल पहुंच सकते है।
जाखू मंदिर रोपवे – Jakhu Temple Ropeway
जिन यात्रीगण को यूनिक अनुभव चाहिए, वे जाखू मंदिर रोपवे का आनंद ले सकते हैं। यह रोपवे यात्रा को एक नए और रोमांटिक स्वरूप में पेश करता है और यात्री को मंदिर की ऊँचाइयों में ले जाता है। इसमें बैठते हुए यात्रा करना यूनिक और यादगार होता है। रोपवे सुबह 9:00 बजे से शाम 5:00 बजे तक चलता है। रोपवे की यात्रा का समय लगभग 10 मिनट है। रोपवे से शिमला शहर का मनमोहक दृश्य दिखाई देता है।
जाखू मंदिर रोपवे की प्राइस – Jakhu Temple Ropeway Price
- जाखू टेम्पल रोपवे का प्राइस 13 वर्ष या उससे अधिक वर्ष के व्यक्ति: ₹250 प्रति व्यक्ति
- बच्चा (3 से 12 वर्ष): ₹200 प्रति व्यक्ति
- 3 वर्ष से कम आयु के बच्चे: मुफ्त
समाप्ति: अनुभव और आत्मा की शांति
जाखू मंदिर एक ऐसा स्थान है जो यहाँ के नागरिकों और पर्यटकों के बीच एक मानसिक जुड़ाव बनाए रखता है। यहाँ पर पहुंचकर श्रद्धालुओं को शांति और सकारात्मक ऊर्जा का आभास होता है, जो उन्हें जीवन के सामान्य दिनों में भी सहारा प्रदान करता है।
इस प्रारूप में, हमने जाखू मंदिर को एक सुरक्षित सैरगाह के रूप में प्रस्तुत किया है, जिसे यात्रीगण सरलता से अनुभव कर सकते हैं। इस धार्मिक स्थल का आद्यात्मिक अनुभव हर किसी को मिलना चाहिए, चाहे वह श्रद्धालु हो या फिर केवल पर्यटक।
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