Swarn Mandir Amritsar Tour (Golden Temple Amritsar Tour) की पूरी जानकारी

स्वर्ण मंदिर (Golden Temple), जिसे हरमंदिर साहिब या दरबार साहिब के नाम से भी जाना जाता है, अमृतसर, पंजाब में स्थित सिख धर्म का सबसे महत्वपूर्ण तीर्थ स्थल है। यह मंदिर न केवल सिख धर्म का केंद्र है बल्कि यह वास्तुकला, इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर का अनोखा उदाहरण भी है। यदि आप भी गोल्डन टेम्पल अमृतसर का टूर करना चाहते है तो यहाँ आपको Golden Temple Amritsar Tour or Swarn Mandir Amritsar Tour की पूरी जानकारी मिलेगी।

Table of Contents

Swarn Mandir Amritsar (गोल्डन टेम्पल) का इतिहास

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Swarn Mandir Amritsar का निर्माण सिखों के चौथे गुरु, गुरु राम दास जी, द्वारा 1588 में शुरू हुआ और इसका निर्माण कार्य पांचवें गुरु, गुरु अर्जन देव जी, के नेतृत्व में 1604 में पूरा हुआ। गुरु अर्जन देव जी ने मंदिर की नींव रखते समय यह सुनिश्चित किया कि इसमें चार दिशाओं से प्रवेश द्वार हो, जो सभी धर्मों और जातियों के लोगों के स्वागत के प्रतीक हैं। गोल्डन टेम्पल में सभी जाती और धर्म के लोग आ जा सकते है और दर्शन कर सकते है।

Swarn Mandir Amritsar का वास्तुकला और संरचना

स्वर्ण मंदिर की वास्तुकला में भारतीय और इस्लामी शैली का अनूठा मिश्रण है। मंदिर के मध्य में स्थित हरमंदिर साहिब की इमारत सोने की परतों से मढ़ी हुई है, जो इसे ‘स्वर्ण मंदिर’ नाम देती है। यह मंदिर एक बड़े सरोवर (अमृत सरोवर) के बीच में स्थित है, जो इसे एक अद्वितीय दृश्य प्रभाव देता है। इसके चारों ओर संगमरमर की पृष्ठभूमि और गुंबद की सोने की परत इसे अत्यंत सुंदर बनाती है।

Swarn Mandir Amritsar का धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व

Swarn Mandir Amritsar Tour

स्वर्ण मंदिर न केवल सिखों के लिए धार्मिक महत्व रखता है, बल्कि यह एक सांस्कृतिक और ऐतिहासिक स्थल है। यहाँ प्रतिदिन लाखों श्रद्धालु और पर्यटक आते हैं। यह स्थान सिख धर्म के मूल सिद्धांतों जैसे सेवा (सेवा), समता (समानता), और सामुदायिक सेवा का प्रतीक है। यहाँ का लंगर (सामुदायिक रसोई) हर दिन हजारों लोगों को मुफ्त भोजन प्रदान करता है, जो सेवा और समता के सिख सिद्धांतों का पालन करता है।

Swarn Mandir Amritsar: प्रमुख घटनाएं और चुनौतियाँ

स्वर्ण मंदिर ने अपने इतिहास में कई महत्वपूर्ण घटनाओं और चुनौतियों का सामना किया है। 1984 में ऑपरेशन ब्लू स्टार के दौरान, भारतीय सेना ने मंदिर परिसर में छिपे आतंकवादियों को बाहर निकालने के लिए एक सैन्य अभियान चलाया। इस ऑपरेशन में मंदिर को भारी क्षति पहुँची और कई निर्दोष लोगों की जानें गईं। इस घटना ने सिख समुदाय को गहरे स्तर पर प्रभावित किया और उनके आत्म-सम्मान को ठेस पहुंचाई। इसके बाद, मंदिर की मरम्मत और पुनर्निर्माण कार्य शुरू हुए और इसे पुनः अपने भव्य रूप में लाया गया।

Swarn Mandir Amritsar Tour का वर्तमान स्थिति

Swarn Mandir Amritsar सिख धर्म की अदम्य भावना और सिद्धांतों का प्रतीक है। यह धार्मिक गतिविधियों का केंद्र है जहाँ गुरु ग्रंथ साहिब का लगातार पाठ होता रहता है। इसके अतिरिक्त, यहाँ कई संग्रहालय और पुस्तकालय हैं जो सिख धर्म और इतिहास की जानकारी प्रदान करते हैं। हरमंदिर साहिब का परिसर केवल एक धार्मिक स्थल नहीं है, बल्कि यह शिक्षा और सांस्कृतिक केंद्र भी है, जहाँ विभिन्न धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित होते हैं।

Swarn Mandir Amritsar के पास अन्य प्रमुख स्थल

Jallianwala Bagh, Amritsar

Swarn Mandir Amritsar के आसपास कई अन्य महत्वपूर्ण स्थल स्थित हैं, जो इस क्षेत्र के समृद्ध इतिहास और सांस्कृतिक धरोहर को दर्शाते हैं:

  1. जलियांवाला बाग: यह ऐतिहासिक स्थल स्वर्ण मंदिर के पास स्थित है और 1919 में हुए जलियांवाला बाग हत्याकांड की याद दिलाता है, जिसमें ब्रिटिश सेना ने निर्दोष भारतीयों पर गोलीबारी की थी।
  2. दुर्गियाना मंदिर: यह एक प्रमुख हिंदू मंदिर है जो देवी दुर्गा को समर्पित है और स्वर्ण मंदिर के समान वास्तुकला में बना हुआ है।
  3. बंटवारा संग्रहालय: यह संग्रहालय भारत-पाकिस्तान विभाजन की घटनाओं और उनके प्रभाव को दर्शाता है।
  4. महाराजा रणजीत सिंह संग्रहालय: यह संग्रहालय सिख साम्राज्य के संस्थापक महाराजा रणजीत सिंह को समर्पित है और उनके जीवन से संबंधित वस्त्र, हथियार और चित्र प्रदर्शित करता है।

स्वर्ण मंदिर (Golden Temple): दुनिया का सबसे बड़ा लंगर | Golden Temple Amritsar Langar Timing

Swarn Mandir Amritsar Tour (Golden Temple Amritsar Tour) की पूरी जानकारी


दुनिया का सबसे बड़ा लंगर अमृतसर के स्वर्ण मंदिर में लगता है। यहां रोज लाखों लोग लंगर चखते हैं और इसमें बनाये जाने वाला भोजन पूरी तरह से शाकाहारी होता है। इस लंगर में आमतौर पर रोटियां, दाल, सब्जी और मीठा होता है। श्रद्धालुओं की संख्या को ध्यान में रखते हुए इस लंगर में लगभग 2 लाख रोटियां आधुनिक मशीनों से तैयार की जाती हैं। इसे दुनिया की सबसे बड़ी रसोई माना जाता है, जहां एक घंटे में लगभग 25 हजार रोटियां तैयार की जाती हैं। यह लंगर 24 घंटे श्रद्धालुओं को लंगर सेवा प्रदान करता है। सबसे दिलचस्प बात यह है कि यहां परोसे जाने वाली सभी भोजन सामग्रियां भक्तों द्वारा दिए गए दान की होती हैं।

स्वर्ण मंदिर में कौन से भगवान हैं?

स्वर्ण मंदिर, जिसे हरमंदिर साहिब या दरबार साहिब भी कहा जाता है, अमृतसर, पंजाब में स्थित सिख धर्म का पवित्र धार्मिक स्थल है। इस मंदिर में कोई विशेष भगवान की मूर्ति स्थापित नहीं है, बल्कि यहाँ गुरु ग्रंथ साहिब, सिख धर्म का पवित्र ग्रंथ, प्रतिष्ठित है। गुरु ग्रंथ साहिब को सिखों द्वारा गुरु के रूप में पूजा जाता है और उसकी शिक्षाओं का पालन किया जाता है। स्वर्ण मंदिर में प्रतिदिन प्रार्थना, कीर्तन, और लंगर (सामुदायिक भोजन) की व्यवस्था होती है, जो सिख धर्म की सेवा और समानता की भावना को दर्शाती है।

स्वर्ण मंदिर कौन से राज्य में स्थित है? | स्वर्ण मंदिर कहां स्थित है ?

स्वर्ण मंदिर, जिसे हरमंदिर साहिब भी कहते हैं, सिख धर्म का सबसे पवित्र स्थल है। यह अमृतसर, पंजाब में स्थित है। इसकी प्रसिद्धि का मुख्य कारण इसकी धार्मिक और ऐतिहासिक महत्वता है। गुरु अर्जन देव ने इसकी नींव रखी थी और इसे गुरु रामदास जी ने पूरा किया। इसके चारों तरफ पवित्र सरोवर है, जिसका जल ‘अमृत’ माना जाता है। स्वर्ण मंदिर का ऊपरी हिस्सा सोने से मढ़ा हुआ है, जिससे यह और भी आकर्षक दिखता है। यहाँ हर दिन हजारों श्रद्धालु दर्शन के लिए आते हैं और यह विश्वभर में सिख समुदाय के लिए आस्था का केंद्र है।

स्वर्ण मंदिर को सोने से किसने चढ़ाया था?

स्वर्ण मंदिर को सोने से महाराजा रणजीत सिंह ने चढ़ाया था। उन्होंने 19वीं शताब्दी की शुरुआत में स्वर्ण मंदिर के हरमंदिर साहिब को सोने की परत चढ़वाने का आदेश दिया। यह कार्य 1830 के दशक में पूरा हुआ। रणजीत सिंह, जो पंजाब के सिख साम्राज्य के संस्थापक थे, ने इस महान कार्य के लिए वित्तीय सहायता और संसाधन प्रदान किए, जिससे यह मंदिर अपने वर्तमान सुनहरे स्वरूप में आ सका। उनके इस योगदान के कारण स्वर्ण मंदिर (golden temple amritsar) सिख समुदाय के लिए विशेष धार्मिक और सांस्कृतिक महत्व रखता है।

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Best Time to Visit Golden Temple Amritsar | अमृतसर कब जाना चाहिए?

अमृतसर जाने की सही समय से संबंधित प्रश्न का उत्तर यह है कि आपके यात्रा का उद्देश्य क्या है। यदि आप धार्मिक यात्रा करने की सोच रहे हैं, तो सभी साल की भावना के अनुसार गुरुपुरब या वैशाखी के समय अमृतसर जाना उत्तम हो सकता है।

यदि आप सिर्फ पर्यटन (Tour) के लिए जा रहे हैं, तो Golden temple amritsar का मौसम भी एक महत्वपूर्ण रोले निभाता है। आमतौर पर, अक्टूबर से मार्च तक का समय शांत और ठंडा होता है, जो पर्यटकों के लिए आनंदमय होता है।

स्वर्ण मंदिर कितनी बार नष्ट हुआ था?

1750 और 1760 के दशक में अफगानों ने इस पर कब्ज़ा कर लिया और इसे दो बार अपवित्र किया। 1980 के दशक में भारत सरकार में सिख अलगाववादियों के बीच लड़ाई में मंदिर क्षतिग्रस्त हो गए और कुछ समय के लिए बंद कर दिए गए। यह अब खुला है और पूरी तरह से बहाल हो गया है। गैर-सिखों का गर्मजोशी से स्वागत और अभिनन्दन किया जाता है।

स्वर्ण मंदिर में कितना असली सोना है?

अमृतसर में स्थित स्वर्ण मंदिर(golden temple), जिसे Harmandir Sahib भी कहा जाता है,500 किलोग्राम से अधिक असली सोने से सुसज्जित है। 1762 में, जब अहमद शाह अब्दाली ने मंदिर पर हमला किया था, तब इसे भारी नुकसान हुआ था।

मंदिर के जीर्णोद्धार के बाद, 18वीं शताब्दी में, महाराजा रणजीत सिंह ने इसे24 कैरेट सोने की परत से मढ़वाया था। मंदिर का गुंबद और ऊपरी मंजिल सोने से बनी हुई है, जो इसे अपनी विशिष्ट सुनहरी चमक प्रदान करती है।

यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि मंदिर कीसंपूर्ण संरचना सोने से नहीं बनी है। मंदिर के आधार और निचले स्तरईंटों और पत्थर से बने हुए हैं, जिन पर सोने की परत चढ़ाई गई है।

हालांकि, सोने की मात्रा, चाहे वह 500 किलोग्राम ही क्यों न हो, स्वर्ण मंदिर को अद्वितीय औरपवित्र स्थान बनाती है, जो दुनिया भर से लाखों श्रद्धालुओं को आकर्षित करता है।

Hotels Near Golden Temple Amritsar

Swarn Mandir Amritsar Tour
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Swarn Mandir Amritsar के पास कई अच्छे होटल उपलब्ध हैं जो विभिन्न बजट और आवश्यकताओं को पूरा करते हैं। यहां कुछ प्रमुख होटल्स की जानकारी दी गई है:

  1. शुरेस्टे हेरिटेज वॉक बाय बेस्ट वेस्टर्न: यह होटल स्वर्ण मंदिर(golden temple amritsar tour) से केवल 600 मीटर की दूरी पर है और इसके कमरे साफ-सुथरे और वातानुकूलित हैं। इस होटल में रहने की अच्छी सुविधाएं और सेवाएं उपलब्ध हैं।
  2. होटल सिटी हार्ट: स्वर्ण मंदिर से 400 मीटर की दूरी पर स्थित इस होटल में आरामदायक कमरे और सुविधाजनक स्थान है। यह होटल स्वर्ण मंदिर, जलियांवाला बाग और हेरिटेज रोड के करीब है।
  3. हैम्पटन होटल: यह होटल स्वर्ण मंदिर से केवल 100 मीटर की दूरी पर है। यहाँ के कमरे साफ और आरामदायक हैं, और नाश्ता बहुत अच्छा होता है।
  4. होटल ग्रैंड कैबाना बाय लेवलअप होटल्स: यह होटल स्वर्ण मंदिर से 1.4 किलोमीटर की दूरी पर है और इसमें वातानुकूलित कमरे और अच्छी सेवाएं उपलब्ध हैं।
  5. होटल एक्सोटिक: स्वर्ण मंदिर से केवल 5 मिनट की पैदल दूरी पर स्थित इस होटल में आरामदायक कमरे और अच्छी सेवा उपलब्ध है।

इन होटलों के अलावा और भी कई विकल्प हैं, जो स्वर्ण मंदिर के पास स्थित हैं और अच्छे रिव्यू के साथ आते हैं। अपने बजट और आवश्यकताओं के अनुसार आप इनमें से किसी भी होटल का चयन कर सकते हैं। अधिक जानकारी और बुकिंग के लिए आप संबंधित वेबसाइटों पर जा सकते हैं।

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Golden Temple Amritsar (Swarn Mandir Amritsar) Kaise Jaye

यदि आप लखनऊ से है और गोल्डन टेम्पल अमृतसर का टूर घूमना चाहते है तो आप “प्रधान जी टूर एंड ट्रेवल” के साथ अपनी यात्रा सस्ते में बुक कर सकते है। इसके अलावा यदि आप कही और से है तो आपको बता दे की गोल्डन टेम्पल के टूर के लिए ट्रेन, बस और हवाई की सारी सुविधा उपलब्ध है, आप अपने सुविधा अनुसार इनमे से कुछ भी बुक कर गोल्डन टेम्पल का टूर घूम सकते है।

Delhi to Golden Temple Amritsar Distance

दिल्ली से Swarn Mandir Amritsar (Golden Temple) की दूरी लगभग लगभग 490 किलोमीटर है। यह दूरी सड़क मार्ग, रेल मार्ग और वायु मार्ग से तय की जा सकती है। वायु मार्ग द्वारा यात्रा करना सबसे तेज़ विकल्प होता है, जिसमें विभिन्न उड़ानें उपलब्ध हैं। सड़क या रेल मार्ग से यात्रा करने में अधिक समय लग सकता है, लेकिन यह भी एक अच्छा विकल्प हो सकता है अगर आप यात्रा के दौरान विभिन्न स्थानों का अनुभव करना चाहते है तो सड़क मार्क आपके लिए बेस्ट रहेगा।

Amritsar Airport to Golden Temple Amritsar Distance

अमृतसर हवाई अड्डे से स्वर्ण मंदिर (golden temple) की दूरी लगभग 13 किलोमीटर है। टैक्सी या ऑटो रिक्शा द्वारा यह दूरी तय करने में लगभग 30 मिनट का समय लगता है, यह समय यातायात की स्थिति पर निर्भर करता है। आप चाहें तो स्थानीय बस सेवा या निजी वाहन का भी उपयोग कर सकते हैं। स्वर्ण मंदिर पहुँचने के लिए यह एक आसान और सुविधाजनक मार्ग है।

Golden Temple Amritsar Tour (स्वर्ण मंदिर): निष्कर्ष

स्वर्ण मंदिर का इतिहास और महत्व सिख समुदाय की अदम्य भावना, सेवा, और समानता के सिद्धांतों का प्रतीक है। यह मंदिर न केवल एक धार्मिक स्थल है बल्कि यह सिख धर्म की धरोहर और सांस्कृतिक पहचान का अद्वितीय उदाहरण भी है। इसके आसपास के स्थल और घटनाएं इसके ऐतिहासिक महत्व को और बढ़ाते हैं। स्वर्ण मंदिर की यात्रा किसी भी व्यक्ति के लिए एक आध्यात्मिक और सांस्कृतिक अनुभव हो सकती है, चाहे वह किसी भी धर्म या पृष्ठभूमि का हो।

इस प्रकार, स्वर्ण मंदिर एक ऐसी धरोहर है जो न केवल सिखों के लिए बल्कि पूरी मानवता के लिए प्रेरणा का स्रोत है। यह सिख धर्म के मूल सिद्धांतों और गुरु नानक की शिक्षाओं का जीवंत प्रतीक है, जो मानवता की एकता और नि:स्वार्थ सेवा पर बल देता है।

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